वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट ने मनाया हिन्दी दिवस समारोह – 2012
प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिनांक 14 सितंबर को राजभाषा हिन्दी के प्रति अपनी निष्ठा दर्शाते हुए संस्थान में हर्षोल्लास के साथ हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस संबंध में आयोजित सभा में संस्थान
के
डॉ. राजीब कुमार बोरा, समूह समन्वयक
(अनुसंधान), डॉ. अरुण प्रताप सिंह, वैज्ञानिक-ई
के साथ-साथ
सभी वैज्ञानिक,
अधिकारी, कर्मचारी
तथा शोध
कार्यों से
जुड़े व्यक्ति
उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता डॉ. अरुण प्रताप सिंह, वैज्ञानिक-ई ने
किया। हिन्दी
दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं
देते हुए
कार्यकारी हिन्दी
अधिकारी डॉ.
विकास राना
ने सभा
की शुरुआत
की और
सभा के
उद्देश्य को
सभी के सामने रखा ।
उपस्थित सभासदों
में से
संस्थान के
वरिष्ठ वैज्ञानिक
डॉ. राजीब कुमार बोरा
और उप
वन संरक्षक
श्री
अरुप
कुमार
डेका
ने
पहले अपने
भाषण में
हिन्दी के
महत्वा पर
प्रकाश डाला
। उन्होंने
हिन्दी में
काम करने
के लिए
सभी को
प्रेरित किया।
हिन्दी सिर्फ
हिन्दी सप्ताह
एवं दिवस
तक ही
सीमित न
रखते
हुए सभी
को अपना
कार्य यथासंभव
हिन्दी में
करने की
कोशिश करने
को कहा।
इसके
उपरान्त 7 सितंबर
से 13 सितंबर
तक आयोजित
विभिन्न प्रतियोगिताओं
का लेखा-जोखा
प्रस्तुत किया
गया। श्री
शंकर शर्मा,
हिन्दी अनुवादक
ने सभा
को संबोधित
करते हुए
व्यक्त किया
कि सप्ताह
दौरान संस्थान
के कर्मचारियों
के लिए
निबंध लेखन,
मुहावरा
एवं
कहावत
ज्ञान, कार्यालयीन हिन्दी ज्ञान, आशुभाषण, प्रश्नोत्तर, हिन्दी कविता पाठ
आदि प्रतियोगिताएं
आयोजित की
गई थी।
सप्ताह दौरान
आयोजित कार्यक्रमों
में दिनांक
11 सितंबर को
एक हिन्दी
कार्यशाला का
आयोजन किया
गया था
जिसमें उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान,
जोरहाट के
हिन्दी अधिकारी श्री अजय
कुमार मुख्य
वक्ता के
रुप में
आमंत्रित थें। कार्यशाला में श्री अजय
कुमार जी ने उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों के समक्ष हिन्दी की सरलता एवं सुबोधता पर एक व्याख्यान रखा था। व्याख्यान में कार्यालयीन पत्राचार के विविध रुपों तथा उनकी व्यावहारिकता पर उन्होंने विस्तृत चर्चा की। उन्होंने हिन्दी के कार्यालयीन प्रयोग में आ रही समस्याओं का भी निवारण किया।
स्कूली
बच्चों के
बीच हिन्दी
के प्रति
रुचि बढ़ाने
के लिए
दिनांक 12 सितंबर
को एक
आशुभाषण प्रतियोगिता
आयोजित की
गई थी।
इसमें निकटस्थ
स्कूली बच्चों
और परिसर
के बच्चों
ने
भाग
लिया था। तीन श्रेणियों में प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
सभा
के मध्य
हिन्दी शिक्षण
योजना के
अंतर्गत उच्च
अंकों से
पास कार्मिकों
को प्रोत्साहन
स्वरुप नक़द
पुरस्कार एवं
प्रमाण पत्र
प्रदान किया
गया। साथ
ही विभिन्न
प्रतियोगिताओं में
उत्कृष्ट प्रतिभागियों
को पुरस्कृत
एवं सम्मानित
किया गया
तथा सभी
प्रतिभागियों को
प्रमाण पत्र
प्रदान किया
गया। अध्यक्ष
महोदय
ने अपने
वक्तव्य में
कार्यालय में
हिन्दी के
प्रति उचित
वातावरण एवं
जागरुकता
लाने
के
लिए
इस
तरह
की
कार्यक्रमों की सराहना की तथा भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों में सभी की भागीदारी वांछनीय कहा । सभा का अंत डॉ. विकास राना के धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव के साथ किया गया।
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